आज 31 अक्टूबर भारतीय इतिहास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने के लिये प्रसिद्ध दो हुतात्माओं के स्मरण का दिवस है जो लौह पुरुष और लौह महिला के खून में जाने जाते हैं.
आज देश के पहले उपप्रधानमंत्री व गृहमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल का जन्मदिवस है जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद देशी रियासतों के भारत में विलय की प्रक्रिया को कुशलता से संपादित किया. वे भारतीय अखंडता के अग्रदूत कहलाये जाते हैं.
आज देश की पहली महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गंधी का बलिदान दिवस भी है . इंदिरा जी की सफल विदेशनीति व कूटनीतिक कौशल के कारण ही 1971 में अमेरिका के तत्कालीन दत्तक पुत्र पाकिस्तान का विभाजन हुआ, उसे मुँह की खानी पड़ी. अमेरिका की अंतराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी किरकिरी हुई और वहॉ के तत्कालीन राष्ट्रपति निक्सन को स्वीकार करना पड़ा कि भारत अब एक महाशक्ति बनने की दिशा में अग्रसर है...... राष्ट्र की अखंडता बनाये रखने के लिये उनके समय में पंजाब में खालिस्तानी आतंकवाद के विरुद्ध ' आपरेशन ब्लू स्टार ' हुआ. आतंकवाद के विरूद्ध होने के कारण आज के दिन उनकी हत्या कर दी गयी.
आइये! ओछी ऱाजनीति को दरकिनार कर आज इन हुतात्माओं का स्मरण करें व उन्हें श्रद्धांजलि दें.
Wednesday, October 31, 2018
लौह पुरुष एवं लौह महिला को नमन
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