" आज राम ने जीती लंका , और बजाया विजय का डंका ;
हुई पराजित आज बुराई , फिर से जीत गयी अच्छाई ;
काश ! देश में ऐसा होवे , अच्छाई का मान न खोवे ;
हारें सारे गलत इरादे , पूरे हों जन-जन से वादे ;
शासकगण हों उत्तरदायी , बने माहौल जन - सुखदायी ;
हो साकार ऐसा सपना ,.यही दशहरा पर शुभकामना ."
Sunday, October 17, 2010
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शुभकामनायें आप सभी को.
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति .
ReplyDeleteविजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएं .