Tuesday, June 30, 2009

मत बांटिये देश को

लिब्राहम आयोग की रिपोर्ट आने के बाद से देश में सियासी माहौल गर्म होने लगा है । पार्टियाँ हिन्दू - मुस्लिम राग अलापने लगीं हैं । बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद का माहौल बनाने की कोशिशें की जाने लगी हैं । हम इस बात को भूल जाते है कि साम्प्रदायिकता देश को कितना नुकसान पहुँचा चुकी है ?वोट बैंक की राजनीति को त्याग कर हमारे राजनेता कब देशहित की बात सोचेंगे ?बात तुष्टीकरण या उसके विरोध की नहीं है,बात सही और ग़लत की एवं कानून को हाथ में लेने की प्रवृत्ति की है । इस पर अंकुश लगाये बिना नेताओं की आदतें सही नही होंगी । जनता को मजहबी राजनीति करने वाले नेताओं के बहकावे में नहीं आना चाहिए। ऐसे हथकंडे अपनाने वालों से मुझे कहना है - "कब तक यह मजहबीं समां बंधियेगा , यह उन्माद वाली हवा बांटिएगा ; ये हिन्दू ,मुस्लिम की बेसुरी रट में , वतन रहेगा तो क्या बांटिएगा ? "

2 comments:

  1. ये तो अपना राग आलापेंगे और हम लोग उसके साथ सम्पुट पढ़ेंगे

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  2. APNE BILKUL SAHI KAHA SIR JI KI हम इस बात को भूल जाते है कि साम्प्रदायिकता देश को कितना नुकसान पहुँचा चुकी है ?वोट बैंक की राजनीति को त्याग कर हमारे राजनेता कब देशहित की बात सोचेंगे ?बात तुष्टीकरण या उसके विरोध की नहीं है,बात सही और ग़लत की एवं कानून को हाथ में लेने की प्रवृत्ति की है । इस पर अंकुश लगाये बिना नेताओं की आदतें सही नही होंगी । जनता को मजहबी राजनीति करने वाले नेताओं के बहकावे में नहीं आना चाहिए। PAR KABHI KABHI JANTA BHI A BAILL MUJE MAR KI KAHAVAT CHARITARTARTH KARTI HAI

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